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Showing posts from 2018

What is black hole?

यह.Universe इतने सारे रहस्यो से भराहै कि हम अपनी सोच और कल्पना को भी वहांनहीं पहुंचा सकते।पता नहीं कब बना और कबतक रहेगा इसका कोई Imaginationनहीं है।मगर जब से जीव जन्तुओं और मानव का जीवन संभव हुआ है तब से इंसान Universeके बारे मे थोड़ी बहुत जानकारी हासिल कर चुका है। Universe गति मान हैऔर रहेगा।हर चीज गतिशील और असि्थर है।लेकिन इनमें से कुछ चीजे ऐसी है जोUniverse को संजोकर रखती है तो कुछ ऐसी भी है जो हर चीज को नष्ट कर देती है।इनमें से एक होती हैBlack hole.और आज हम इसी के बारे मे कुछFacts और Secretsआपको बताना चाहते है। Black hole क्या है?    Nuclear fusion निकली हुई प्रचंड Heat के कारण ही तारा गुरुत्वाकर्ष संतुलन मे रहता है इस लिए जब तारों मे मौजूदHydrogen खत्म हो जाता है तो वह तारा धीरे धीरे ठंडा होने लग जाता हैं फिर अपनी ही इंधन को समाप्त कर चुकेसौर्य द्रव्यमान से 1.4 गुना द्रव्यमान वाले तारे जो अपने ही गुरुत्वाकर्षण के विरूद्व खुद को नहीं संभाल पाते तो ऐसी स्थिति मे इन तारो के अन्दर एक विष्फोट होता हैं जिसकों हम Supernova कहते है।इस विष्फोट के बाद यदि उस तारे का कोईDensity वालाअवशेष
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What is F-R-L units?

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F-R-L यानि filter,Regulatorऔर lubricator का एक assembly होता है जिसमे एक filter होता है जो compressed air को filter करता है।एक regulator होता है जो compressed air को एक particular ,pressure पर compressed करता है ।एक lubricator होता है जो compressed air,lubricate करता है इसके साथ साथ एक pressure guage भी होता है जो F-R-L से निकलने वाले Air के pressure को दिखाता है।         F-R-L का use वहां होता है जहां कोई pneumatic tools या machine,use होता है।जैसे-pneumaric cylinders,pneumaric pumps,pneumatic air breakers.            Pneumatic tools मे कई moving parts होते है ।इनको अगर अच्छी तरह से operate करना है तो इनमे जो Air जाना चाहिये वो बिलकुल  Clean होना चाहिये।Moisture free होना चाहिये।जिससे pneumatic tools अच्छी तरह से चले और long lasting हो।pneumatic tools को एक constant pressure मे operate होना चाहिये।इस pressure को Regulator से कम या ज्यादा करके एक Costant पर सेट किया जाता है।अब बात करते है Regulator की।      Pneumatic tools मे बहूत सारे moving parts होते है।जिन्हे Continue lub

Lobe compressor

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Lobe compressor or Roots blower एक positive  displacement compressor होता है।ये fluid या Airको intake से अन्दर की तरफ खिचता है और उसे high velocity से outlet से discharge करता है। इसके intake मे एक filter लगा होता है।जहां से air filter होकर inlet silencer मे जाता है और वहा से ये lobes के अन्दर जाता है जहां lobes बहूत high rpm में घूमता रहता है जिससे air का  molecules को एक kinetic energy मिलता है और इनके molecules का velocity बढ जाता है         इसमे दो lobes होतै है जो external gear के द्वारा connect होते है और इस तरह से time किया जाता है कि lobes का आपस मे कोई contact नही होता है और ये minimum clearance मे एक दूसरे को cross करते है।             Air इनके अन्दर से होते हुए outlet port मे जाता है जहा से outlet  silencer से होते हुये जहा Require होता है वहां जाता है।         अब सवाल ऊठता है कि इसके pressure का Limitation क्यो होता है ?इसे समझने के लिये एक Example लेते है कि इसका Discharge line एक water tank मे लगा है और tank मे water भरा जिसा  का Height "H" mm है Tank क

What is steam?

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Steam,water का vapour होता है।यह invisible होता है जब pure and dry हो।यह steam engine या steam turbine का working substance होता है जो perfect gas के नियम का पालन करता है।    मान लिजिये 1kg water है जिसका temp 0 degree centigrade है वह एक cylinder और piston के arrangment मे रखा हुआ है।piston और weight से एक खास pressure maintain किया हुआ है।अगर हम water को heat करेंगे तो यह steam मे convert होगा।कैसे convert होगा ?   (1). Water का volume थोडा सा बढेगा जैसे जैसे temp बढेगाऔर piston को उपर की तरफ उठायेगा।जैसा कि (B) मे दिखाया गया है।  (2) आगे heat करने पर water का temp,Boiling point पर पहुच जाता है।water का boiling point ,normal atmoshpheric pressure पर100°©होता है।Normal atmoshperic pressure 1.013 bar होता है।लेकिन boiling point,pressure बढने पर बढता है।जब boiling point पहुच जाता है तो temp constant हो जाता हैऔर water का evaporation शुरू होता है।और piston उपर की तरफ उठना शुरू होता हैसाथ ही साथ steam का specific volume भी बढना शुरू होता है।जैसा की fig (c)मे दिखाया गया है।यहॉं पर st

What is economiser?

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एक एेसा यांति्क Machine है जो exhaust flue gas को utilise करके Boiler के लिये feed water को गरम करता है।जैसा कि नाम से पता चलता है कि यह Boiler के economy को improve करता है। एक बहूत famous economiser है वो है Greens economise.यह stationary Boiler जैसे Lancashire type के Boiler मे ज्यादा use होता है। इसमे बहूत सारे vertical pipe होते हैजो boiler से निकलने वाले hotgas को absorb करता है और उसके बाद वो hotgas chimney के through बाहर की तरफ चला जाता है। ये pipe या tubes करीब 2.75m लम्बा और 114mm external dia का होता है और इनके pipe का thickness 11.5mm होता है जो cast iron का होता है। Economiser transverse section मे बना होता है।हर section मे 6 या 8 vertical tubes होते है ये tubes horizantol pipe से joined होते है topऔर bottom मे।      Top tubes या boxes(2) का अलग -अलग section,pipe(4) के साथ connect रहता है।जबकि bottom box जो होता है वो pipe (5)के साथ connect होता है।pipe(4) और pipe(5) एक दूसरे के opposite होते है जो economiser के Bricks work के बाहर होते है।    Pipe(6) के सहारे fee

What is thermodynamics?

Thermodynamics ,विञान की वह शाखा है जिससे हम Heat और Work के बीच के Relation का Study करते है।यह Heat का work और  work का Heat मे Transfer कैसे होता है और ईसका आपस मे क्या Relation है यह सब पढते है।    इसके मुख्यत दो नियम है 1-यदि किसी system को H. heat देते है तो दी गयी heat का कुछ भाग system का internal energy बढाने मे तथा शेष भाग system द्ारा work करने मे खच् होता है।        H-dt+w 2.Heat को पूरी तरह work मे Convert करना Impossible है। 

What is Rocket engine?

Rocket का इस्तेमाल आज बहूत समय पहले चीन से शूरू हुआ था,जहा सबसे पहले बारूद का ईस्तेमाल हुआ थाऔर वोलोग ठोस ईधन का ईस्तेमाल किये थे।         Rocket engine दो तरह का होता है (1)-Solid fuel engine(2)- Liquid fuel engine          Solid fuel rocket मे propellet को mix करके रखा जाता है।जिसमे fuel के साथ oxygen को mix किया जाता है और और एक अलग cylinder मे pack किया जाता है जो normal temperature पर नही जलतेपर जैसे ही किसी igniter से heat मिलता है वो जलने लगते है।और तबतक जलते है रहते है जबतक सारा fuel खत्म ना हो जाय।solid fuel rocket engine मे बहूत पहले से fuel को store किया जा सकता है।और यह liquid fuel rocket engine से बहूत ज्यादा compact और easy होता है।       वही जो liquid fuel rocket engine होता है वह बहूत complex होता है।इसमे fuel और oxidiser को अलग - अलग रखा जाता है,ओर pump के द्ारा nozzle कै combustion chamber मे भेजा जाता है।liquid fuel rocket engine के combustion system को control किया जा सकता है।fuel या oxidiser के valve को कम या ज्यादा करके।यह engine थोडा heavy और complex होता है

What is torque wrench?

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Torque wrench एक एेसा  tools है  जिससे हम किसी fastners जैस- nuts & bolts को tight करते है। इससे हम उस fastners मे उतना ही torque लगाते है जितना कि जरूरत होता है।किसी nuts या bolts को अगर ज्यादा torque दे देते है तो उसका thread खराब हो जाता है या वो bolt टूट जाता है ।अगर हम कम torque देते है तो वो machine के चलने पर loos हो सकता है।इस लिये हमे एक एेसी tools की जरूरत पडी जिससे हमrequired amount of torque से किसी fastner को tight कर सके।इसी requirement को पूरा करने के लिये 1918 मे कोना्ड बर ने इस tools का आविष्कार किया।     Torque wrench सात तरह का होता है। 1-Deflecting beam torque wrench 2-Slipper type torque wrench 3-Click type torque wrench 4-Electronic type torque wrench 5-Programmable type torque wrench 6-Mechatronic type torque wrenchऔर 7Hydroulic torque wrench

10 Most prifitable business For Mechanical engineers

What is the role of a captain?

The captain has responsibility to take best performanance from the team players and he has also responsibility the result of game.

What is team spirit

Understang and Cooperation among the team member is called team spirit.

Bharat Ratna of India

1954-डाo सर्व पल्ली राधाकष्ण,चक्वती राजगोपालाचारी,             डॉ चन्द्रशेखर वेंकटरमण । 1955-डॉ भगवान दास,डॉ मोछगुडम विश्वरैया,                              पंoजवाहरलाल नेहरू 1957-पंo गोविंद वल्लभपंत 1958-धुंधोकेशव कर्वे 1961-राजर्षिपुरूषोतम दास टंडन,विधान चंद्र राय 1962-डॉ राजेंद्र प्रसाद 1963-डॉ जाकिर हुसैन,डॉ पान्डूरंग वामन काणे 1966-लाल बहादूर शास्त्री 1971-इंदिरा गॉधी 1975-वराह वेंकट गिरी 1976-कुमार स्वामि कामराज 1980-मदर टेरेशा 1983-आचार्य विनोबा भावे 1987-खान अब्दूल गफ्फर खान 1988-मखदूम गोपालन रामचंद्न 1990-डॉ भीमराव अंबेदकर,नेल्शन मंडेला 1991-राजीव गॉंधी,सरदार वल्लभ भाई पटेल और          मोरारजी देशाई 1992-जे आर डी टाटा,मौलाना अब्दूल कलाम आजाद और           सत्यजीत राय 1997-आरूणा आसफ अली,गुलजारी लाल नंदा,                           ऐ पी जे अब्दूल कलाम 1998-एम एस सुब्बा लछ्मी,सी सुब्रमनयम,                                जय प्रकाश नरायण 1999-प्रोo अमरत्य सेन,पंडित रवि शंकर और          गोपीनाथ वारदोलाई 2001-लता मंगेसकर,उस्ताद विशमिल्लाह खान 2008- भीम सिह जोशी

Fluid coupling in hindi

Fluid coupling एक Hydrodynamic device होता है।इसे hydroulic coupling कहॉ जाता है।यह Rotational power को एक shaft से दूसरे shaft मे transmission fluid की मदद से transfer करता है।                  अब हम इसके main parts के विसय मे बात करते है।इसका तीन main parts होता है। (१) Housing or Shell - इसे Housing या shell भी कहा जाता है।इसमे एक oli tight seal लगा होता है जो shaft के तरफ होता है।जिससे oil leak नही होता है। Housing अपने अन्दर के parts को safe रखता है। (२) Impeller or pump - Housing के अन्दर impeller होता है जो input shaft से connect होता है।यह centrifugal pump की तरह काम करता है इस लिये इसे pump भी कहा जाता है। (३)  Turbine - यह output shaft के साथ connect होता है जिससे Rotational power ,transmit होता है।             अब हमलोग इसके working principle पर बात करते है।इसे हमलोग आसानी से दो Table fan की मदद से समझ सकते है।मान लिजिये एक Table fan है जो power source से connect है। और एक दूसरा table fan है जो just इसके सामने है लेकिन power source से connect नही है।जब हमलोग पहले वाले

What is direct reduction of iron ore

दोस्तों ,Direct reduction of iron एक process होता है जिसमें iron ore को coal और dolomite के साथ mix  करके rotary kiln के अंदर feed क्या जाता है rotary kiln अपने horizontal axis से थोड़ा सा नीचे की ओर incline होता है जिससे मटेरियल का flow एक किनारे से दूसरे किनारे की तरफ होते रहता है कोयला kiln के अंदर में जाता है और जलता है जिससे उसमा प्राप्त होती है साथ ही साथ कोयला से कार्बन मोनोऑक्साइड उत्पन्न होता है गर्म होने से आयरन ओर गर्म हो जाता है जिससे इसकी एटॉमिक स्ट्रक्चर कमजोर हो जाता है और उसके बाद आयरन ओर के ऑक्साइड्स , कार्बन मोनोऑक्साइड से रिएक्शन करके आयरन ओर के ऑक्साइड को बाहर निकाल देते हैं और इस तरह हमें आयरन प्राप्त होता है जो शुद्ध होता है जिसमें ऑक्साइड का मात्रा काफी कम होता है और यह स्पंज आयरन कहलाने  लगता है क्योंकि जब हम लोग इस को माइक्रोस्कोप से देखेंगे तो हमें इसका spongy दिखाई देगा क्योंकि इस आयरन ओर से Exide बाहर निकल जाते हैं  और स्टील मेल्टिंग शॉप में इस्तेमाल करने के लिए तैयार हो जाता है 

What is meaning of digits printed on welding electrodes

दोस्तों welding एक परमानेंट तरीका होता है दो metal parts को joint  करने का ! Welding electrodes के बहुत सारी types  होते हैं ! और हर वेल्डिंग रॉड का अलग-अलग इस्तेमाल होता है ! कौन सा वेल्डिंग रॉड कहां पर है इस्तेमाल होगा इसे हम वेल्डिंग रॉड के पैकेट पर लिखे डिजिट से पता कर सकते हैं जैसे अगर वेल्डिंग रॉड के पैकेट पर AWSE6013 लिखा हो तो इसका मतलब होगा                AWS-American welding society                     E- Electrode                 60   -60 000 tensile strength                       Pound square inch                    1-Position of welding electrode                    3- types of coating used and type                         of current required   अब हर डिजिट्स के विषय में विस्तार से समझते हैं AWSE6013    E- electrode    R-Rod    ER-Electrod or Rod    EC-Composite Electrode    B- Brazing    RB-Electrode    IN- Inert    EW-Tungusten electrode     F- Flux  Next two digits for tensile strenght   Next digit for position of welding.there are many digit for man

Tanker cylindrical क्यों बनाए जाते हैं?

बहुत सारे petroleum products सड़क मार्ग   या रेल मार्ग से ट्रांसपोर्ट किए जाते हैं जो टैंक इन लिक्विड को लेकर जाते हैं वह shape में cylindrical बनाए जाते हैं । क्या आप जानते हैं कि cubical क्यों नहीं बनाए जाते । अगर टैंकर को cubical shape में बनाया जाए तो यह और ज्यादा liquid को carry कर सकते हैं ।और loading capacity को बढ़ा सकते हैं फिर भी जो बड़े-बड़े tanker होते हैं जो petroleum products को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते हैं उनके body cylindrical बनाए जाते हैं।  यह सब इसलिए होता है सिलेंडर के कॉर्नर नहीं होते है ।cube औरcuboid मैं ज्यादा स्पेस होता है लेकिन इनके corners इन्हें liquid carry मैं unsuitable बना देते हैं । Actually क्या होता है कि जब fill किया जाता है तो वह high pressure में fill किया जाता है। इससे टैंकर के अंदर high pressure होता है जो tanker के wall पर पड़ता है। जिससे tanker के wall पर high pressure होता है ।जो corners पर ज्यादा होता है और side walls पर कम पढ़ता है इससे क्या होता है कि corners  के pressure से फटने का चांस ज्यादा होता है । आजकल जो टैंकर बनते हैं

What is difference between earthing and grounding.

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जब हम बात करते हैं electrical system  की तो हमारे मन में दो बात दो बातें आती है पहला EARTHINGऔर दूसरा GROUNDING. अर्थिंग कहां करते हैं और ग्राउंडिंग कहां करते हैं यह हमें पता होता है पर इन दोनों में क्या अंतर होता है यह हमें पता नहीं होता है । चलिए इसी अंतर को समझते हैं ।इसके लिए हम एक मोटर को ही EXAMPLE के तौर पर ले सकते हैं । मोटर में वैसे तो बहुत सारे पार्ट्स होते हैं पर अगर हम CURRENT के BASE  देखें तो हमें दो parts मिलने मिलते हैं। 1. वह पार्ट्स जिसमें करंट फ्लो करता है जैसे मोटर के टर्मिनल से होकर आर्मेचर तक इसे हम live parts कहते हैं 2. वह पार्ट्स जिसमें current flow नहीं होता है जैसे मोटर का बॉडी उसे हम dead part कहते हैं। अब हम EARTHING को समझते हैं ।कभी-कभी क्या होता है कि मोटर के टर्मिनल में कनेक्शन के दौरान कुछ गलती से वायर मोटर के बॉडी के साथ टच हो जाता है। जिससे मोटर के बॉडी में भी VOLTAGE आ जाता है ।और जब कोई गलती से मोटर को छू ले ता है तो मोटर के वोल्टेज और छूने वाले के बॉडी के बीच एक potential difference उत्पन्न होता है । मतलब कि मोटर में हाई वोल्टेज और छूने व

What is difference between motor and generator.

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Motor और Generator मैं डिफरेंस बहुत सारे फैक्टर पर डिपेंड करता है इनका वर्किंग प्रिंसिपल अलग-अलग होता है यह किस तरह से इलेक्ट्रिक सिटी का यूज़ करते हैं इनका driven element क्या है वाइंडिंग में करंट कैसे flow करता है ।और फ्लेमिंग के किस रूल को फॉलो करते हैं इन सभी फैक्टर्स से मोटर और जनरेटर को differentiat सेट किया जाता है।                   Construction के आधार पर देखें तो मोटर और जनरेटर के बीच कोई खास अंतर नहीं होता है। मोटर इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में है बदल देता है। जनरेटर मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदल देता है। मोटर करंट का यूज करता है। जनरेटर करंट जनरेट करता है। मोटर का सॉफ्ट मैग्नेटिक फील्ड जनरेट होने के कारण घूमता है। जनरेटर का सॉफ्ट rotor से अटैच होता है जो मैकेनिकल एनर्जी सहारे घूमता है । मोटर फ्लेमिंग के लेफ्ट हैंड रूल को फॉलो करता है।               जनरेटर फ्लेमिंग के राइट हैंड रूल को फॉलो करता है।                             कंस्ट्रक्शन मैं मोटर और जनरेटर में कोई खास अंतर नहीं होता है।

इन चाइनीज एप्स से बच कर रहना

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दोस्तों अगर आप Android मोबाइल यूज कर रहे हैं तो आपको बहुत सारे ऐप्स डाउनलोड करने पड़ते हैं अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए! इसे आप Google Play Store से डाउनलोड करते हैं! इनमें से कुछ ऐप्स तो अच्छे होते हैं और कुछ फालतू के ऐप्स होते हैं! लेकिन कुछ एप्स जो है वह काफी खतरनाक होते हैं ।वह ऐप्स आपके मोबाइल से आप की गुप्त जानकारियां चुरा लेते हैं। जैसे आपका पासवर्ड आपका पिन अगर आप अपना आधार नंबर उसमे ऐड किए हुए हैं ।और अब आपका बैंक अकाउंट डिटेल्स को आसानी से चोरी किया जा सकता है आप अगर अपने मोबाइल में कुछ कॉन्फिडेंटियल जानकारी रखते हैं तो उसे भी हैक किया जा सकता है और यह सब करने वाले हैं कुछ चाइनीस एप्स यह सब बातें हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के द्वारा जारी किया गया है हमारी सुरक्षा एजेंसियां कुछ एप्स के विषय में बताएं इसे डाउनलोड करना बहुत ही खतरनाक है मैं आपकी सुविधा के लिए उन सभी एप्स का नाम आपको बता रहा हूं। 1.Weibo 2.wechat 3.shareit 4.truecaller 5.uc news 6.uc browser 7.b beauty plus 8.newsdog 9.viva video 10.parralel place 11.APUS Browser 12Perfect Corp 13.v iris clea

Train me differential kyu nahi hota ?

दोस्तों अक्सर हम देखते हैं फोर व्हीलर ऑटो रिक्शा truck,bus इत्यादि में differential लगा होता है लेकिन train मैं नहीं होते । क्या आपने कभी सोचा है ऐसा क्यों होता है । Bus, truck छोटे बड़े हर मोड़ पर मुड़ते हैं इसलिए differential लगाना जरूरी होता है। अगरdifferential नहीं लगा होगा तो जब यह कहीं किसी मोड़ पर मुड़ते हैं तो इनका Inner wheelऔर Outer wheel  के angular velocity मे Difference नहीं हो पाएगा । जिससे इनको किसी मोड़ पर टर्निंग में काफी प्रॉब्लम होगा मतलब यह है की किसी मोड़ पर outer wheel को ज्यादा दूरी तय करना पड़ता है और inner wheel को outer wheel की तुलना में कम दूरी तय करना पड़ता है इसी डिफरेंस को मेंटेन करने के लिए डिफरेंशियल लगाया जाता है  बिल्कुल यही कंडीशन ट्रेन के साथ होता है उसे भी किसी टर्निंग घूमना पड़ता है  उसके भी Inner wheel औरouter wheel के angular velocity मैं difference होता है लेकिन ट्रेन में डिफरेंशियल नहीं लगा होता तो फिर यह अपने Angular velocity को कैसे मेंटेन करता है            आइए इस question का आंसर पता करते हैं दोस्तों अगर हम ट्रेन के wheel को देखेंगे तो

Youtube से पैसा कैसे कमाते है?

शायद यही idea आपके दिमाग में चल रहा था कि YouTube से मनी कैसे कमाए जा सकता है तो आप सही जगह पर पहुंचे हैं। आप विश्वास नहीं करेंगे कि YouTube से इतना पैसा कमाया जा सकता है । मैं यहां हूं आपको स्टेप बाय स्टेप बताने के लिए कि यू ट्यूब से पैसा कैसे earn करें यहां पर कुछ सवाल है जिसका जवाब देना जरूरी है 1. यूट्यूब चैनल कैसे बनाएं 2. यूट्यूब चैनल पर वीडियो कैसे अपलोड करें 3. चैनल पर views और subscriber कैसे बढ़ाएं 4. अपने चैनल को monetize कैसे करें 5. मेरे वीडियो से पैसे कैसे बनेंगे 6. अपने चैनल पर यूजर एक्टिविटी कैसे देख पाऊंगा 7. और कुछ ? तो आइए यह सब समझते हैं यूट्यूब चैनल से पैसे कमाना इतना भी मुश्किल नहीं है आप विश्वास करें अब जितना उम्मीद नहीं किए हैं उससे ज्यादा कमा सकते हैं। यूट्यूब चैनल कैसे बनाएं? अगर आप यहां हैं तो मतलब आपके पास कोई यूट्यूब चैनल नहीं है ।कोई बात नहीं आप अकेले नहीं है। यह बहुत आसान है अगर आपके पास एक Google अकाउंट है तो ।और अगर नहीं है तो Google पर जाकर आप अपना Gmail अकाउंट क्रिएट कर सकते हैं। सबसे पहले चैनल बनाते हैं। 1. सबसे पहले आप अपने गूगल अकाउंट

Blogging se paisa kaise kamate hai

← All Posts Blogging se paisa kaise kamate hai? March 14, 2018 ब्लॉगिंग से पैसा कैसे कमाते हैं? अगर आप ब्लॉगिंग से पैसा कमाना चाहते हैं तो यह आपका गलत फैसला नहीं है बिलकुल सही फैसला है सब कोई चाहते हैं पैसा कमाना सो अगर आप भी ब्लॉगिंग से पैसा कमाना चाहते हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं है यही कारण है कि आज आप मेरे इस पोस्ट पर आए हैं दोस्तों ब्लॉग बनाना बहुत आसान है लेकिन ब्लॉक बनाकर उससे पैसा कमाना थोड़ा मुश्किल है आप लोगों में से कुछ लोग blogs बनाकर पैसा कमा रहे होंगे और कुछ लोग ब्लॉक बनाने का सोच रहे होंगे no matter आप जिस भी ग्रुप में है दोस्तों ब्लॉक बन जाने के बाद इसमें किस तरह से earning होती है उसी के विषय में बात करेंगे Monetize with CPC or CPM Ads इसमें आप सामान्यतः अपने blog में Ads को place करके पैसा कमाते है  यह एप्स दो तरह के होते है CPC/PPC Ads: इस का फुल फॉर्म होता है cost per click. इस तरह के एड्स को सामान्यता ब्लॉगर बैनर्स या साइडबार के रूप में अपने कांटेक्ट में लगाते हैं जब भी कोई लीडर इस पर क्लिक करता है तो इस Ads से पैसा जनरेट होता है CPM Ads:CPM Ads,or cost

अमीर बनने के 10 उपाय

 दोस्तों जब भी हम इंटरनेट पर अमीर बनने के 10 उपाय लिख कर सर्च करते हैं तो हमें लाख होश वेबसाइट खुलते मिलते हैं जिनमें से अधिकतर या तो बेकार होते हैं या फेक होते हैं आज हम बात कर रहे हैं इन 10 उपायों के जो रियल लाइफ में सही है अर्जुन उपायों को करके आप अमीर बन सकते हैं 1. Business   बिजनेस कर दोस्तों बिजनेस करके आप सच में अमीर बन सकते हैं बल्कि मैं तो देखा हूं कि बिजनेस करने वाले ही करोड़पति होते हैं लेकिन आजकल बिजनेस करने के लिए भी काफी सारे स्किल्स की जरूरत होती है और बहुत सारी फैक्टर को ध्यान में रखा जाता है बिजनेस करने के पहले आप ध्यान रखें कि आपका इंटरेस्ट किस्में है आपकी रूचि किसमें है aap आप अपने बिजनेस को सीरियसली लीजिए उसके लिए सबसे पहले प्लानिंग कीजिए अपनी फाइनेंसियल स्थिति को चेक कीजिए अच्छी तरह से मार्केट को समझ लीजिए और उसके अनुसार आगे का प्लान कीजिए अपने कस्टमर्स की जरूरतों को ध्यान रखिए अपने बिजनेस को प्रमोट करने के लिए शर्माइए मत एक अच्छा सा प्रोजेक्ट बनाइए खुद उसने मेहनत कीजिए और सबसे महत्वपूर्ण आज का जो टेक्नोलॉजी है उसका उपयोग कीजिए अपने बिजनेस को प्रमोट करने के लिए